बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 523 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 513 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
एल्युमीनियम को छोड़कर आज शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है और एलएमई में भी कीमतों में मिला-जुला रुझान रहा। बेरोजगारी के लाभों के लिए नये दावे दाखिल करने वाले अमेरिकियों की संख्या पिछले सप्ताह उच्च स्तर पर पहुँच गयी जिससे पता चलता है कि कोविड-19 महामारी से श्रम बाजार की रिकवरी बाधित हो रही है। आर्थिक सुधर को लेकर कमजोर दृष्टिकोण ने जोखिम उठाने की क्षमता को कम कर दिया, जिससे तांबे की कीमतों में गिरावट आयी। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स बढ़त के साथ 93 से ऊपर पहुँच गया और तीन प्रमुख अमेरिकी स्टॉक इंडेक्स सभी निचले स्तर पर बंद हुये, जिससे तांबे की कीमतों पर दबाव पड़ा। एलएमई में तांबे का भंडार 17 अगस्त के बाद पहली बार बढ़ा, लेकिन निचले स्तर पर रहा।
जिंक की कीमतें 189 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 185 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अच्छे मुनाफे ने चीन के स्मेल्टरों को उत्पादन में तेजी लाने के लिए प्रोत्साहित किया, जबकि कीमतों में गिरावट के कारण हाजिर बाजार में स्टॉक में गिरावट जारी रही। अगस्त में चीन में रिफाइंड जिंक उत्पादन पिछले साल के मुकाबले 2.8% बढ़कर 450,000 टन हो गया है। लेड की कीमतें 148 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 144 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में नरमी रह सकती है और कीमतों को 1,075 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,106 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। एंटाइट के अनुसार, अगस्त में चीन में रिफाइंड निकल उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 15% बढ़कर 14,260 टन हो गया है।
एल्युमीनियम की कीमतें 146 रुपये के पास सहारा के साथ 150 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। (शेयर मंथन, 11 सितंबर 2020)