बेस मेटल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं।
तांबे की कीमतें 532 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 526 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में आज तेजी देखी जा रही है जबकि एलएमई में कीमतों में नरमी का रुझान है। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, चीन की औद्योगिक फर्मों के मुनाफे में सितंबर में सालाना आधार पर 10.1% की वृद्धि दर्ज की गयी है। सबसे बड़ा कारक बड़े आर्थिक अनिश्चितता के साथ-साथ कोविड-19 के बढ़ते मामले हैं, जिससे आर्थिक सुधार बाधित रह सकती हैं। अमेरिकी चुनाव के कारण जोखिम बढ़ सकता है, जबकि अमेरिकी स्टीमुलस बिल पर उम्मीद भी लगभग समाप्त हो गयी है।
जिंक की कीमतें 203 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 199 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 149 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 145 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,165 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,206 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। एलएमई में तीन महीने के कॉन्टैंक्ट पर नकद निकल का डिस्काउंट कम होकर 32.50 डॉलर प्रति टन रह गया है जो सितंबर की शुरुआत के बाद से सबसे कम है और एलएमई गोदामों में धातु की कम उपलब्धता का संकेत करता है।
एल्युमीनियम की कीमतें 152 रुपये के पास बाधा के साथ 148 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। आधिकारिक आँकड़ों के अनुसार सितंबर में चीन शुद्धि एल्युमीनियम निर्यातक होने के बाजाय फिर से आयतक हो गया है क्योंकि विदेशी और घरेलू धातु के बीच कीमत का अंतर कम हो गया, जिससे विदेशों से आयात अधिक महँगा हो गया और आयात मात्रा कम हो गयी। जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ कस्टम्स के अनुसार दुनिया के शीर्ष एल्युमीनियम उत्पादक देश ने पिछले महीने 3,55,999 टन कच्चे एल्युमीनियम और एल्यूमीनियम उत्पादों का आयात किया। जबकि 4,26,469 टन निर्यात किया है। (शेयर मंथन, 28 अक्टूबर 2020)