कच्चे तेल की कीमतों के एक बड़े दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 2,980 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 2,770 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में कोविड -19 के संक्रमण में उछाल के कारण कच्चे तेल की माँग को लेकर जोखिम के कारण तेल की कीमतों में कल तेज गिरावट के बाद आज बढ़त देखी जा रही है जबकि आपूर्ति बढ़ने की संभावना ने भी सेंटीमेंट कमजोर हुआ है। अमेरिकी उत्पादन में संभावित गिरावट से कीमतों को कुछ समर्थन मिला क्योंकि तेल कंपनियों ने मैक्सिको की खाड़ी में तूफान की संभावना को देखते हुये अपतटीय उत्पादन बंद करना शुरू कर दिया। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलअजीज बिन सलमान ने भी सोमवार को कहा है कि कच्चे बाजार के लिए सबसे खराब स्थिति समाप्त हो गयी है। लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका में नये कोरोना वायरस संक्रमणों में बढ़ोतरी हुई जबकि यूरोप में भी नये मामलों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। दूसरी ओर लीबिया के नेशनल ऑयल कॉर्प ने शुक्रवार को दो प्रमुख बंदरगाहों से निर्यात पर रोक को समाप्त कर दिया और कहा कि उत्पादन चार सप्ताह में 1 मिलियन बैरल प्रति दिन तक पहुँच जायेगा जो अनुमान से अधिक तेल उत्पादन होगा। ओपेक प्लस पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक) और रूस के संगठन सहित उत्पादकों के एक समूह भी जनवरी 2021 में उत्पादन में 2 मिलियन बैरल प्रति दिन की वृद्धि करने के लिए तैयार है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ तेजी रह सकती है और कीमतों में 234 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 243 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। निर्यात माँग में बढ़ोतरी और सरकारी भंडारण में कमी के आँकड़ों के बाद कीमतों को मदद मिलनी चाहिये, लेकिन नवीनतम मौसम पूर्वानुमान के अनुसार मौसम के गर्म रहने से कीमतों की बढ़त पर रोक लग सकती है। (शेयर मंथन, 27 अक्टूबर 2020)