यूरोप और संयु्क्त राज्य अमेरिका में कोविड-19 मामलों में वृद्धि से ईंधन की खपत को नुकसान होने की बढ़ती चिंताओं से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट हुई है और कीमतें दूसरी मासिक गिरावट की ओर अग्रसर है।
यूरोपीय धीमेपन के साथ वैश्विक खपत में कमी की आशंका और लीबिया में उत्पादन में रिकवरी होने के कारण, अब ओपेक प्लस को जनवरी में अपने 2 मिलियन बैरल प्रति दिन उत्पादन में वृद्धि पर पुनर्विचार करना होगा। ओपेक प्लस के बयान के बावजूद मौजूदा माहौल में तेल की कीमतों में तेजी के बरकरार रहने की संभावना नहीं हैं। ओपेक प्लस द्वारा जनवरी में अपने उत्पादन समझौते के तहत 2 मिलियन बैरल प्रति दिन तक उत्पादन बढ़ाया जायोगा। लेकिन प्रमुख उत्पादक सऊदी अरब और रूस अगले वर्ष समूह के उत्पादन में लगभग 7.7 मिलियन बैरल प्रति दिन की कमी को बनाये रखने के पक्ष में हैं क्योंकि यूरोप में नए सिरे से लॉकडाउन के कारण फिर से माँग में कमी आने की आशंका बनी हुई है। यूरोप में विवेकाधीन गतिविधियाँ धीमी हो रही है, जबकि अमेरिका में ड्राइविंग और उड़ान दोनों ही महामारी के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी हैं। इस सप्ताह कच्चे तेल की कीमतें 2,580-2,940 रुपये के दायरे में काफी अस्थिरता के साथ कारोबार कर सकती है, जहाँ बाधा के पास बिक्री का दबाव देखा जा सकता है।
मैक्सिको की खाड़ी में आपूर्ति में व्यवधन, अमेरिकी एलएनजी के अधिक निर्यात और अमेरिका के कुछ हिस्सों में ठंड के मौसम के बीच हीटिंग के लिए माँग में वृद्धि के कारण नेचुरल गैस की कीमतें जनवरी 2019 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। साप्ताहिक भंडार के रिपोर्ट के बीच हम कुछ उठापटक के साथ व्यापार देख सकते हैं क्योंकि कारोबारी तूफान आने से माँग और आपूर्ति पर प्रभाव का आकलन करते हैं। इसलिए नया लांग पोजिशन के लिए कीमतों में गिरावट की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता है। इस सप्ताह नेचुरल गैस की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 238-256 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 02 नवम्बर 2020)