कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,120 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,010 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण ईंधन की माँग कम होने की आंशका और अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी होने से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है लेकिन कोविड-19 के वैक्सिन की उम्मीद से कीमतें लगातार दूसरे साप्ताहिक बढ़त की ओर अग्रसर है। फाइजर इंक और जर्मनी का बायोएनटेक द्वारा विकसित एक प्रायोगिक सीओवीआईडी -19 वैक्सीन के 90% प्रभावी होने के आँकड़ों के बाद विश्व स्तर पर कोरोना वायरस पर नियंत्राण पाए जाने की उम्मीद से ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई दोनों की कीमतों में इस सप्ताह बढ़ोतरी हुई हैं। अमेरिकी सरकार के आँकड़ों के अनुसार कच्चे माल के भंडार में पिछले सप्ताह 4.3 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई, जबकि 913,000 बैरल की गिरावट का अनुमान था। दुनिया भर में कोरोना वायरस मामलों के बढ़ते मामलों के कारण कमजोर ईंधन की माँग को लेकर चिंता बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि 2021 में कोविड-19 के टीकों की उपलब्धता होने तक वैश्विक स्तर पर तेल माँग में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ नरमी रह सकती है और कीमतों में 221 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 228 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। नेचुरल गैस की कीमतें 3 अगस्त के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गयी क्योंकि पांचवें सबसे गर्म नवंबर महीने के कारण माँग में कमी को लेकर कीमतों में गिरावट हुई। (शेयर मंथन, 13 नवंबर 2020)