बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतें 553 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 558 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
शंघाई आज बेस मेटल की कीमतों में नरमी का रुझान है क्योंकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मिनट जारी होने के बाद निवेशकों की प्रतिक्रिया निराशाजनक रही। लेकिन लंदन में बेस मेटल की कीमतों में तेजी का रुझान है। कल घोषित तीसरी तिमाही के अमेरिकी जीडीपी के संशोधित आँकड़ें अनुमान के अनुकूल रहा जबकि टिकाऊ वस्तुओं का ऑर्डर अपेक्षाओं से अधिक था। विश्व में धातुओं के शीर्ष उपभोक्ता में महामारी से उबरने की गति कम होने के बावजूद चीन का तांबा आयात अक्टूबर में साल-दर-साल बढ़ा है गया और वार्षिक स्तर पर एक नये उच्चतम स्तर पर पहुँचने के लिए अभी दो महीने शेष हैं।
जिंक की कीमतें 216 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 219 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। लेड की कीमतें 157 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 160 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। डब्ल्यूबीएमएस के अनुसार 2020 में विश्व लेड बाजार में जनवरी से सितंबर तक 32 हजार टन की कमी दर्ज की गयी है जबकि पूरे 2019 में 278 हजार टन की कमी थी। निकल की कीमतों में तेजी रह सकती है और कीमतों को 1,195 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,210 रुपये के स्तर पर रह सकता है। चीन की स्टेनलेस स्टील मिलों को आवश्यक घटक फेरोक्रोम के अधिक लागत का सामना करना पड़ रहा है और यदि संभव हुआ, तो दक्षिण अफ्रीका क्रोम अयस्क के निर्यात पर कर लगाने के प्रस्तावों के साथ आगे जा सकता है।
एक्सचेंज की निगरानी वाले गोदामों में एल्युमीनियम के भंडार में कमी के कारण एल्युमीनियम की कीमतों में 160 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 163 रुपये तक बढोतरी हो सकती है। सितंबर की तुलना में अक्टूबर में चीन का एल्युमीनियम आयात 27.9% कम हो गया है क्योंकि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कीमतों के बीच अंतर कम हो गया है। (शेयर मंथन, 26 नवंबर 2020)