कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,670 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 3,570 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
यूनाइटेड किंगडम में तेजी से फैल रहे नये कोरोना वायरस के कारण वहाँ और अन्य यूरोपीय देशों में अर्थव्यवस्था में गिरावट और ईंधन की की माँग में कमी की चिंता से आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। कोरोना वायरस के एक नये संस्करण, जिसके बारे में अधिकारियों का कहना है कि मूल की तुलना में 70% अधिक खतरनाक है, के व्यापक प्रसार को लेकर चिंता के कारण कई यूरोपीय देशों ने यूनाइटेड किंगडम से यात्रियों के लिए अपने दरवाजे बंद करना शुरू कर दिया। तेल और गैस रिगों की संख्या 18 दिसम्बर को समाप्त में आठ बढ़कर 346 हो गयी है जो 18 मई के बाद सबसे अधिक हैं। अमेरिका में कोविड-19 संक्रमणों की संख्या दैनिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गयी, और जापान में प्रतिबंध को सख्त किया गया है, जिससे पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) रूस और उनके सहयोगियों पर दबाव बढ़ रहा है।
ओपेक प्लस ने बाजार में जनवरी में आपूर्ति में प्रति दिन 500,000 बैरल जोड़ने की योजना बनायी है। नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 195 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 201 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। ऊर्जा विभाग के अनुसार अमेरिकी नेचुरल गैस के भंडार में अनुमान से अधिक गिरावट और लिक्विड गैस के निर्यात के कारण वायदा कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 21 दिसंबर 2020)