कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,840 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,750 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
यूरोप में ईंधन की कम माँग और चीन में आवागमन पर नये आंदोलन प्रतिबंधें के बीच वैश्विक स्तर पर ईंधन की माँग को लेकर चिंता के कारण तेल की कीमतों में आज नये सिरे से गिरावट हुई। मुख्य भूमि चीन में पाँच महीने से अधिक समय में कोविड-19 मामलों में अपनी सबसे अधिक दैनिक वृद्धि देखी गयी है। चीन के है प्रांत, जो राजधानी बीजिंग को घेरे हुये है, में नये संक्रमण, लगातार बढ़ रहा है। अधिकश यूरोप अब सख्त प्रतिबंधें के अधीन है जहाँ यात्रा प्रतिबंधें और स्कूलों और कार्यस्थलों को बंद किया गया है। फिर भी, इस सप्ताह नये कोरोना वायरस राहत बिलों में खरबों डॉलर की घोषणा करने की अमेरिकी नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बिडेन की योजनाओं के द्वारा तेल की कीमतों की गिरावट पर थोड़ी रोक लगी है। सऊदी अरब द्वारा प्रति सप्ताह फरवरी और मार्च में स्वैच्छिक तेल उत्पादन में प्रति दिन 1 मिलियन बैरल की कटौती की घोषणा से कच्चे तेल की कीमतों को मदद मिली थी।
नेचुरल गैस की कीमतों में भी तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 199 रुपये के स्तर पर अड़चन और 194 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। (शेयर मंथन, 11 जनवरी 2021)