कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,940 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 3,850 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में अनुमान से अधिक गिरावट की औद्योगिक समूह की रिपोर्ट के बाद अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में सातवें दिन बढ़ोतरी के साथ तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। फिर भी निवेशकों को महामारी के कारण विकास के बाधित होने की आशंका है। यूरोप में ईंधन की कम माँग और चीन में कोरोना के नये मामलों में बढ़ोतरी के बाद आवागमन पर नये आंदोलन प्रतिबंधें के बीच वैश्विक स्तर पर ईंधन की माँग को लेकर चिंता बरकरार है। दोनों बेंचमार्क कीमतें फरवरी के बाद से सबसे अधिक स्तर पर कारोबार कर रही हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप की अब एक घातक दूसरी लहर दुनिया भर में फैलने लगी है। कम होते भंडार और तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से अमेरिकी कंपनियों द्वारा फिर से उत्पादन में बढ़ोतरी किये जाने की संभावना है, विशेष रूप से सऊदी अरब और अन्य प्रमुख उत्पादकों ने अपने उत्पादन में कटौती की, और प्रभावी ढंग से बाजार हिस्सेदारी में कटौती की है जो अमेरिकी उत्पादकों को जा रहा है। अमेरिकी पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के आँकड़ों से पता चलता है कि पिछले सप्ताह अमेरिका में कच्चे तेल का भंडार 5.8 मिलियन बैरल घटकर 484.5 मिलियन बैरल के आसपास रह गया है।
नेचुरल गैस की कीमतों में भी तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 210 रुपये के स्तर पर रुकावट और 202 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। (शेयर मंथन, 13 जनवरी 2021)