कच्चे तेल में उच्च स्तर पर बिकवाली होने की संभावना हैं और कीमतों को 5,120 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,040 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बेहतर आर्थिक आउटलुक और ईधन की माँग में बढ़ोतरी की संभावना से आज तेल की कीमतें कई वर्षो के उच्च स्तर पर कारोबार कर रही है । जबकि निवेशकों की नजर ईरान और विश्व शत्तिफयों के बीच परमाणु समझौते पर बातचीत के परिणाम पर है जिससे कच्चे तेल की आपूर्ति को बढ़ावा मिल सकता है। दोनों कॉन्टैंक्ट की कीमतों में पिछले दो हफ्तों से बढ़ोतरी हुई हैं क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में गर्मियों की यात्रा से पहले कोविड-19 प्रतिबंधें ढ़ील दिये जाने से ईंधन की माँग में उछाल देखी जा रही है। विश्लेषकों का कहना है कि ओपेक प्लस उत्पादकों द्वारा आपूर्ति में धीरे-धीरे ढील दिये जाने के बावजूद दूसरी छमाही में वैश्विक तेल माँग आपूर्ति से अधिक होने की उम्मीद है। 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने में ईरान और वैश्विक शक्तियों के बीच वार्ता में धीमेपन और अमेरिकी रिगों की संख्या में गिरावट से भी तेल की कीमतों को मदद मिली। ईरान और वैश्विक शक्तियाँ 10 जून को वियना में पाँचवें दौर की वार्ता करेंगी जिसमें वाशिंगटन द्वारा ईरानी तेल निर्यात पर आर्थिक प्रतिबंध हटाना शामिल हो सकता है। यद्यपि यूरोपीय संघ के दूत ने वार्ता का समन्वय करते हुये कहा था कि उनका मानना है कि इस सप्ताह की वार्ता में एक समझौता किया जायेगा, लेकिन अन्य वरिष्ठ राजनयिकों ने कहा है कि सबसे कठिन निर्णय अभी भी आगे होने वाला हैं।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ कारोबार रहने की संभावना है और कीमतों को 224 रुपये के स्तर पर सहारा और 229 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 07 जून 2021)