कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना हैं और कीमतों को 5,160 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,070 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
तेल की कीमतों में आज गिरावट हुई है, लेकिन यूरोप, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका में ईंधन की माँग में सुधार की संभावना से कीमतें तीसरी साप्ताहिक वृद्धि की ओर अग्रसर है क्योंकि बढ़ती टीकाकरण दरों से महामारी पर अंकुश लग रहा है। उत्तरी अमेरिका और अधिकांश यूरोप में सड़क यातायात के कोविड-19 से पहले के स्तरों पर लौटने के आँकड़ें कापफी उत्साहजनक है। यहाँ तक कि जेट ईंधन बाजार में भी सुधार के संकेत मिल रहे हैं और यूरोप में उड़ानें पिछले दो हफ्रतों में 17% बढ़ी हैं। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने बेहतर माँग की संभावना को बढ़ा दिया है और माना है कि 2021 में माँग में 5.95 मिलियन बैरल प्रति दिन की वृद्धि होगी, जो एक साल पहले की तुलना में 6.6 प्रतिशत अधिक है। लेकिन अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी से माँग को लेकर अच्छी तस्वीर नहीं दिखाई देती है। हमने देखा कि गैसोलीन और डिस्टीलेट के भंडार वास्तव में बढ़ रहे हैं। ईआईए के अनुसार 4 जून को समाप्त में गैसोलीन का भंडार 7 मिलियन बैरल बढ़ा है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ कारोबार रहने की संभावना है और कीमतों को 228 रुपये के स्तर पर सहारा और 236 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 11 जून 2021)