बेस मेटल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 706 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 697 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
तांबे की कीमतें कल दो महीने में सबसे कम हो गयी जब चीन ने बाजार में आपूर्ति बढ़ाने और कमोडिटी की कीमतों को सामान्य स्तर पर वापस लाने के लिए अपने राष्ट्रीय भंडार से तांबा, एल्यूमीनियम और जस्ता जारी करने की योजना की घोषणा की। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने यह भी संकेत दिया है कि नीति में बदलाव, जिसमें ब्याज दरें बढ़ाना और बॉन्ड खरीदना शामिल है, समय से पहले हो सकता है। इससे डॉलर दो महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, जिससे डॉलर में कमोडिटी की कीमत अधिक महँगी हो गयी और अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए कम आकर्षक हो गयी। चीन से कमजोर आर्थिक आँकड़ों ने बाजार पर दबाव डाला क्योंकि कारखाना उत्पादन और खुदरा बिक्री उम्मीदों से कम रहे हैं।
जिंक की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित रहने की संभावना है और कीमतें 235 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 231 रुपये, लेड की कीमतें 171 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 168 रुपये, निकल में भी बिकवाली हो सकती है और कीमतें 1,290 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 1,260 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। निकल की माँग और आपूर्ति में वृद्धि को लेकर जारी अनिश्चितताओं के कारण बाजार में अस्थिरता बढ़ी है।
एल्युमीनियम की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 190 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 186 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। चीन धातु की ऊँची कीमतों को कम करने के लिए अगले महीने अपने सरकारी भंडार से 8,00,000-9,00,000 टन प्राथमिक एल्युमीनियम जारी करना चाहता है। (शेयर मंथन, 18 जून 2021)