कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना हैं और कीमतों को 5,470 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,400 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
हाल ही में कीमतों में तेजी के बाद निवेशकों द्वारा मुनाफा वसूली के कारण तेल की कीमतों में आज गिरावट हुई है। लेकिन अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में तेल की माँग में तेजी से सुधार और ईरान से कच्चे तेल की बाजार में जल्द वापसी की उम्मीदों के कमजोर होने के कारण बाजार में तेजी का रुझान है। वैश्विक टीकाकरण की गति औरगर्मियों की यात्रा में तेजी की उम्मीद के बीच पिछले चार हफ्तों में दोनों बेंचमार्क की कीमतों में बढ़ोतरी हुई हैं। कीमतों में उछाल के कारण एशिया और यूरोप में कच्चे तेल का प्रीमियम पहले ही कई महीने के उच्च स्तर पर पहुँच गया है। बोफा ग्लोबल रिसर्च ने इस वर्ष और अगले वर्ष के लिए ब्रेंट क्रूड की कीमतों के पूर्वानुमान को यह कहते हुये बढ़ा दिया कि तेल की कम आपूर्ति और माँग में सुधार के कारण 2022 में तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक बढ़ सकती है। कट्टर न्यायाधीश इब्राहिमरायसी द्वारा ईरान के राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने के बाद ईरान परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत रविवार को रुक गयी। रायसी ने सोमवार को ईरान और छह विश्व शक्तियों के बीच 2015 के परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए बातचीत का समर्थन किया, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 233 रुपये के स्तर पर सहारा और 238 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 22 जून 2021)