कच्चे तेल की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना हैं जहाँ उच्च स्तर पर बिकवाली हो सकती है। कीमतों को 5,430 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 5,360 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
कोविड-19 वैरिएंट डेल्टा के अत्यधिक संक्रामक प्रकोप के कारण दुनिया भर में फिर से आवाजाही पर प्रतिबंधें के कारण ईंधन माँग में धीमी वृद्धि को लेकर चिंताओं के कारण तेल की कीमतें आज दूसरे दिन फिसल गयी। जबकि निवेशकों की नजर इस सप्ताह ओपेक प्लस की बैठक के परिणाम पर है। डेल्टा संस्करण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है जबकि पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और रूस सहित अन्य सहयोगी, जिन्हें ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है, 1 जुलाई को अपनी आपूर्ति प्रतिबंधें को कम करने पर चर्चा करने के लिए मिलने वाले हैं। ओपेक के माँग पूर्वानुमान से पता चलता है कि चौथी तिमाही में वैश्विक तेल आपूर्ति 2.2 मिलियन बैरल प्रति दिन की माँग से कम हो जायेगी, जिससे उत्पादकों को उत्पादन बढ़ाने के लिए सहमत हो जायेगें। स्पेन और पुर्तगाल, यूरोपीय लोगों के लिए पसंदीदा ग्रीष्मकालीन अवकाश स्थलों ने सोमवार को बिना टीकाकरण वाले ब्रिटेन के लोगों पर नए प्रतिबंध लगाये, जबकि 80» ऑस्ट्रेलियाई लोगों को देश भर में वायरस के प्रकोप के कारण कड़े प्रतिबंधें का सामना करना पड़ा। विश्लेषकों को उम्मीद है कि ओपेक प्लस अगस्त में आपूर्ति में लगभग 5,00,000 बैरल प्रति दिन की वृद्धि करेगा।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 265 रुपये के स्तर पर सहारा और 271 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 29 जून 2021)