बेस मेटल की कीमतों में तेजी रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों को 725 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 719 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
बुनियादी ढाँचे और विद्युतीकरण में तांबे की बढ़ती माँग से आने वाले दिनों में तांबे की कमी और कीमतों में बढ़ोतरी होगी। लेकिन एलएमई में बढ़ते भंडार के कारण तांबे की कीमतों में मिलने वाली मदद कम हो गयी है। 25 जून को तांबे का ऑन-वारंट स्टॉक बढ़कर 2,03,875 टन हो गया है जो 28 मई 2020 के बाद से उच्चतम स्तर और 4 मई को दर्ज 63,200 टन से 222.6% अधिक है। तांबे के संयंत्रों की उपग्रह निगरानी के आँकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर तांबा गलाने की गतिविधि जून में एक महीने पहले के उछाल के बाद कम हो गयी है क्योंकि चीन में संयंत्रा रखरखाव के लिए बंद हो गये।
जिंक की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 236 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 239 रुपये, लेड की कीमतें 179 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 182 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। निकल में भी खरीदारी हो सकती है और कीमतें 1,365 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,385 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। 2021 में निकल की वैश्विक माँग 9.2 प्रतिशत बढ़कर 2.58 मिलियन मीटिंक टन हो की संभावना है, जबकि आपूर्ति 5.8 मिलियन टन बढ़कर 2.638 मिलियन मीटिंक टन होने की उम्मीद है। इसमें से लगभग दो-तिहाई स्टेनलेस स्टील मिलों द्वारा उपयोग की जायेगी, जो अधिकांश चीन में हैं, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों में खपत 10% से कम है।
एल्युमीनियम की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 202 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 199 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। चीनी अधिकारी धातु के रणनीतिक भंडार को जारी करके एल्युमीनियम की कीमतों में तेजी पर रोक लगाने की कोशिश करते हुये कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने की आवश्यकता से जूझ रहे हैं। (शेयर मंथन, 05 जुलाई 2021)