कच्चे तेल की कीमतों में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है। लेकिन कुल मिलाकर कीमतों में तेजी का रुझान है। कीमतों को 5,570 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 5,498 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर कोरोना वायरस के प्रभाव के बारे में चिंताओं की भरपायी आने वाले महीनों में उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रमुख उत्पादकों के बीच बातचीत में गतिरोध से होने के कारण आज शुरुआती एशियाई कारोबार में तेल की कीमतों में मामूली बदलाव हुआ है। भविष्य में उत्पादन में वृद्धि को लेकर ओपेक के गतिरोध के मद्देनजर बाजार में अनिश्चितता छा गयी है। समझौते के अभाव में, मौजूदा उत्पादन कटौती यथावत बनी रहती है, जिससे मजबूत माँग के बीच बाजार में और मजबूती आनी चाहिये। बेकर ह्यूजेस के आँकड़ों के अनुसार तेल की अधिक कीमतों को देखते हुये अमेरिकी ऊर्जा फर्मों ने लगातार दूसरे सप्ताह तेल और नेचुरल गैस रिगों की संख्या में बढ़ोतरी की है। दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों ने शनिवार को चेतावनी दी कि नये कोरोना वायरस वेरिएंट में उतार-चढ़ाव और विकासशील देशों में टीकों की बेहतर पहुँच नहीं होने से वैश्विक आर्थिक सुधार को खतरा है।
नेचुरल गैस की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 271 रुपये के स्तर पर सहारा और 278 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। उष्णकटिबंधीय तूफान एल्सा पूर्वी तट की ओर बढ़ रहा है और किसी भी नेचुरल गैस प्रतिष्ठानों को प्रभावित करने की संभावना नहीं है। (शेयर मंथन, 12 जुलाई 2021)