जून 2021 में बेस मेटल ने अपने-अपने फंडामेंटल के आधार पर मिलाजुला कारोबार किया। तांबे की कीमतों में सभी एक्सचेजों में 7% से अधिक की गिरावट हुई और मजबूत डॉलर और शीर्ष उपभोक्ता चीन द्वारा तांबें की कीमतों में तेजी को रोकने के प्रयासों के दबाव में मार्च 2020 के बाद से सबसे कम तिमाही बढ़त दर्ज किया।
ओंटारियो में वेले की सडबरी खदान में हड़ताल की कार्रवाई और बैटरी-ग्रेड निकल की उच्च माँग के कारण बाजार में कम आपूर्ति के कारण निकल की कीमतों में पूरे सभी एक्सचेजों में लगभग 3.5% दर्ज की गयी। कुछ दबाव चीन की ओर से आया है क्योंकि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था ने वस्तुओं की कीमतों में हालिया उछाल को नियंत्रित करने की अपने वादे के तहत सरकारी भंडार से तांबा, एल्युमीनियम और जिंक जारी किया है। एल्युमीनियम को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिला है क्योंकि चीन में पर्यावरणीय प्रतिबंध से आपूर्ति पर दबाव जारी रहेगा।
चीन ने उम्मीद जताई कि वह अपनी अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए मौद्रिक नीति को अधिक आसान बना सकता है, जिसे बाजार ने दुनिया के शीर्ष धातु उपभोक्ता में कमजोरी के संकेत के रूप में देखा है। चीन के केंद्रीय बैंक ने अपने आरआरआर (आरक्षित आवश्यकता अनुपात) में कटौती करते हुये बाजार को चिंता में डाल दिया, क्योंकि इससे प्ता चलता है कि वे धीमी विकास दर को गति देने की कोशिश कर रहे हैं। चीन के बैंकों ने जून में नए युआन ऋण को बढ़ाकर 2.12 ट्रिलियन युआन (327 बिलियन डॉलर) कर दिया है जो मई में 1.5 ट्रिलियन युआन था, जबकि कुल सामाजिक वित्तपोषण, धातु बाजारों में व्यापक रूप से देखा जाने वाला मापदंड, 1.92 ट्रिलियन युआन से बढ़कर 3.67 ट्रिलियन युआन हो गया। कई देशों में कोविड-19 के अत्यधिक-संक्रामक डेल्टा संस्करण के तेजी से प्रसार के कारण चिंता बढ़ी है कि वैश्विक आर्थिक रिकवरी पटरी से उतर सकती है, जिससे धातुओं की माँग की अनुमान से कम हो सकती हैं।
एमसीएक्स प्लेटफॉर्म पर मेटलडेक्स पिछले सप्ताह थोड़ा बढ़कर 15,358 रुपये पर बंद हुआ है। पिछले कुछ हफ्तों में मेटलडेक्स का कारोबार 14,500-15,500 रुपये के बीच हुआ है। अब तत्काल बाधा 15,450 रुपये के आसपास देखा जाता है और सहारा 14,800 रुपये के आसपास है। यदि कीमत 15,450 रुपये से ऊपर बनी रहती है तो बहुत जल्द 15,750-16,000 रुपये की ओर तेजी देखी जा सकती है। 14,800 रुपये से नीचे बने रहने पर 14,550-14,200 रुपये की ओर नीचे की ओर बढ़ सकता है। कुल मिलाकर इंडेक्स के अपने समर्थन स्तर से ऊपर ही रहने की उम्मीद है।
आपूर्ति को लेकर चिंता के कारण वैश्विक स्तर पर निकल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई हैं, क्योंकि ओंटारियो में वेले की सडबरी खदान में हड़ताल की कार्रवाई क्षेत्रीय पेलेट उपलब्धता को प्रभावित करती है और ब्रिकेट्स के लिए प्रतिस्पर्ध बढ़ती है, जबकि इंडोनेशिया में कोविड -19 लॉकडाउन को लेकर चिंता के कारण एलएमई में तीन महीने के कॉन्टैंक्ट की कीमतें 25 फरवरी के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी है। इंडोनेशिया निकल पिग आयरन, फेरोनिकल स्मेल्टरों, को प्रतिबंधित करने की योजना बना रहा है वैश्विक स्तर पर निकल की माँग 2021 में 9.2% बढ़कर 2.58 मिलियन टन हो गयी है, जबकि आपूर्ति 5.8% बढ़कर 2.638 मिलियन टन होने की उम्मीद है। सुमितोमो मेटल का मानना है कि चीन में इलेक्ट्रिक वाहनों की मजबूत बिक्री के कारण 2021 में बैटरी के उपयोग के लिए वैश्विक स्तर पर निकल की माँग में 18% की वृद्धि होगी। अंतरराष्ट्रीय निकल अध्ययन समूह के अनुसार इस साल के पहले चार महीनों के दौरान, वैश्विक स्तर पर निकल बाजार में 34,900 टन की कमी देखी गयी है। जापान में निकल की माँग 15.7% बढ़कर 1,67,400 टन होने का अनुमान है, जबकि आपूर्ति 2.4% गिरकर 1,65,800 टन रहने का अनुमान है। वाहन निर्माताओं की बढ़ती माँग के कारण धातु की कीमतों को समर्थन मिल रहा है, क्योंकि हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग की ओर से अधिक माँग हुई है। एलएमई के निकल के भंडार में हालिया गिरावट बैटरी में प्रयुक्त धातु की बढ़ती माँग को दर्शाती है। पिछले दो महीनों में स्टॉक में 30,000 टन से अधिक की गिरावट हुई है।
एमसीएक्स प्लेटफॉर्म पर निकल वायदा पिछले सप्ताह 1,404.30 पर बंद हुआ है। वर्तमान में कीमतें 50 ईएमए स्तर 1,325 रुपये से और 200 ईएमए स्तर 1,250 रुपये से ऊपर कारोबार कर रही हैं। साप्ताहिक ऑसिलेटर एमएसीडी 1,330 रुपये की रुकावट रेखा से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो तेजी के रुझान वाले क्रॉसओवर को देख रहा है। काउंटर में खरीदारी पिफर से देखी जा सकती है यदि यह 1,400 रुपये के स्तर से ऊपर कारोबार करना जारी रखता है, जो काउंटर को क्रमशः 1,450-1,480 रुपये की ओर जा सकता है। यदि यह 1,350 रुपये स्तर से से नीचे टूटता है और अल्पावधि आधार में 1,270-1,240 रुपये के स्तर की ओर नीचे की ओर बढ़ सकता है। कुल मिलाकर निकल की कीमतों के अपने सहारा स्तर से और ऊपर जाने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 16 जुलाई 2021)