बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना हैं। तांबे की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 745 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 730 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने के कारण आज सुबह शंघाई बेस मेटल की कीमतों में तेजी देखी जा रही है जबकि एलएमई पर में भी बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान है। अमेरिकी मुद्रास्फीति के आँकड़ों के अनुमान से कम रहने के बाद डॉलर के कमजोर होने कल तांबे की कीमतों में उछाल दर्ज की गयी थी जबकि चीन में उत्पादन में अधिक कटौती के कारण एल्युमीनियम की कीमतों को मदद मिली। लेकिन अगस्त में चीन में कारखाने और खुदरा गतिविधि में कमी और नए कोरोना वायरस के प्रकोप और आपूर्ति में व्यवधन के कारण अधिक बढ़त पर रोक लग रही है।
जिंक की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित रहने की संभावना है और कीमतों को 256 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 252 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। शंघाई और लंदन दोनों में जिंक के भंडार में गिरावट हुई है और बाजार की नजर सितंबर और अक्टूबर में मौसमी उच्च माँग पर है। लेड की कीमतें तेजी के रूझान के साथ 186-189 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 1,535 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 1,510 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतों को 231 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 227 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है। कंसल्टेंसी माइस्टील द्वारा पोस्ट किये गये एक स्थानीय सरकारी दस्तावेज के अनुसार, एल्युमीनियम निर्माता शानक्सी नॉनफेरस यूलिन न्यू मटेरियल को सितंबर में ऊर्जा खपत नियंत्राण के कारण अपने उत्पादन में 50% की कमी करनी होगी। अगस्त में चीन का एल्युमीनियम उत्पादन लगातार चौथे महीने घटकर 3.16 मिलियन टन रह गया, क्योंकि प्रमुख गलाने वाले केंद्रों में धातु उत्पादन और बिजली के उपयोग पर प्रतिबंध के कारण आपूर्ति कम हुई है। (शेयर मंथन, 16 सितम्बर 2021)