शेयर मंथन में खोजें

कच्चे तेल में रुकावट, नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान - एसएमसी मासिक रिपोर्ट

एमसीएक्स कच्चे तेल की कीमतें 6,000 रुपये के साप्ताहिक और मासिक बाधा स्तर से ऊपर कारोबार कर रही है।

अब तत्काल रुकावट 6,430 रुपये के स्तर के आसपास देखा जा रहा है, अगर यह टूटता है और कीमतें इसके ऊपर बनी रहती है तो कीमतें बहुत जल्द 6,700-70,00 रुपये की ओर बढ़ सकती है। छोटी अवधि सहारा 5,900 रुपये के स्तर के आसपास देखा जाता है जिसे किसी भी समय देखा जा सकता है क्योंकि कीमतें उच्च स्तर से लुढ़क सकती है। मासिक आधार पर इसकी कीमतों में गिरावट होने पर सहारा स्तर से खरीदारी अच्छी रणनीति होगी।
एमसीएक्स नेचुरल गैस की कीमतों ने भी पिछले महीने 495 रुपये के उच्च स्तर पहुँचने के बाद नरमी के रुझान वाला इन्गल्फिंग पैटर्न बनाया और कीमतों में 381.80 के स्तर तक गिरावट हुई। अब नवीनतम सपोर्ट 380 रुपये के स्तर के आसपास देखा जा रहा है जो कि 23.6% का फाइबोनैचि रिटोसमेंट है जो 495 रुपये के उच्च स्तर से 110 प्वाइंट नीचे है। यदि कीमत 380 रुपये के सहारा स्तर से नीचे टूट जाती है तो बहुत जल्द 355-340 रुपये के स्तर की ओर नीचे की ओर बढ़ सकती है और यदि कीमत 420 रुपये के अड़चन को पार कर जाती है तो फिर क्रमशः 445-460 रुपये के स्तर की ओर बढ़ सकती है। कुल मिलाकर नेचुरल गैस की कीमतें सहारा स्तर से ऊपर बढ़ सकती है। (शेयर मंथन, 09 अक्टूबर 2021)

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"