कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों के 5,500-5,650 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
चार हफ्तों में पहली बार तेल 73 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बंद हुआ क्योंकि कोविड-19 के नये संस्करण ओमाइक्रोन के कम गंभीर होने की संभावना से माँग के कमजोर होने की चिंता समाप्त हो गयी। न्यूयॉर्क में वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट वायदा की कीमतें कल तरलता में कमी के बीच 1.4% बढ़कर बंद हुआ। क्रिसमस से पहले ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होना शुरू हो रहा है, जबकि ओपन इंटरेस्ट- व्यापारियों द्वारा रखे गये तेल कॉन्टैंक्टों की कुल संख्या-संयुक्त रूप से कच्चे, गैसोलीन और डीजल वायदा के लिए लगभग छह वर्षों में सबसे कम है। यूरोप में ऊर्जा की कमी और लीबिया और नाइजीरिया से आपूर्ति में व्यवधन ने तेजी के सेंटीमेंट में बढ़ोतरी हुई। डॉलर में कमजोरी से भी तेल की कीमतों को मदद मिली। आपूर्ति के मोर्चे पर, तेल उत्पादन में कटौती के साथ ओपेक प्लस का अनुपालन नवंबर में बढ़कर 117% हो गया, जो एक महीने पहले 116% था, जिससे पता चलता है कि उत्पादन स्तर सहमत लक्ष्य से काफी कम है।
नेचुरल गैस में खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 275 रुपये के स्तर पर सहारा और 292 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 24 दिसंबर 2021)