बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है।
तांबे की कीमतें 740-748 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। विश्व बाजार में जोखिम बढ़ने के बाद कल औद्योगिक धातुओं की कीमतों में गिरावट हुई है। बाजार उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व इस साल आक्रामक रूप से ब्याज दरों में वृद्धि करेगा। अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा दरों में जल्द वृद्धि वित्तीय बाजारों में तरलता को कम कर सकती है और दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में रिकवरी धीमी गति से हो सकती है। अर्थशास्त्रिायों के पूर्वानुमान के बाद धातुओं को समर्थन मिल सकता है कि चीन द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में दो प्रमुख कटौती ने आगे अधिक मौद्रिक छूट के लिए द्वार खोल दिया है। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के आँकड़ों के अनुसार 2021 में चीन में रिफाइंड तांबें का उत्पादन सालाना आधार पर 7.4% बढ़कर 10.49 मिलियन टन हो गया।
निकल में भी खरीदारी देखी जा सकती है, और कीमतों को 1,700 रुपये के करीब सहारा और 1,745 रुपये बाधा रह सकता है। एक दशक से अधिक समय में निकल की आपूर्ति में सबसे बड़ी कमी लंदन मेटल एक्सचेंज का ध्यान आकर्षित कर रही है, क्योंकि घटते भंडार का मतलब है कि खरीदारों को तत्काल उपलब्ध धातु के लिए भारी प्रीमियम का भुगतान करने के लिए मजबूर किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय निकल अध्ययन समूह के आँकड़ों से पता चलता है कि नवंबर में वैश्विक निकल बाजार में 3,000 टन की कमी देखी गयी, जबकि एक महीने पहले इसमें 1,600 टन की कमी हुई थी। जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 288-294 रुपये, लेड की कीमतें 182-187 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतें तेजी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है और कीमतों को 236 रुपये के स्तर पर सहारा और 242 रुपये पर रुकावट रह सकता है। यूरोप में बिजली की बढ़ती कीमतों के कारण अधिक ऊर्जा खपत वाले एल्युमीनियम के उत्पादन में कटौती शुरू कर दी है। इंटरनेशनल एल्युमीनियम इंस्टीट्यूट के आँकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन दिसंबर में वार्षिक आधार पर 1.25% गिरकर 5.622 मिलियन टन हो गया। (शेयर मंथन, 25 जनवरी 2022)