कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 6,650-6,750 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
पिछले सत्र में यू.एस. क्रूड इन्वेंट्री में अप्रत्याशित गिरावट पर रैली के बाद गुरुवार को तेल की कीमतों में मिला-जुला रहा, क्योंकि निवेशक यूएस-ईरान परमाणु वार्ता के परिणाम का इंतजार कर रहे है जिससे वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की आपूर्ति में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। कोरोना वायरस महामारी के बाद से माँग में तेज रिकवरी वैश्विक तेल आपूर्ति कम हो गयी है और विश्व स्तर पर प्रमुख ईंधन केंद्रों पर भंडार कई वर्षो के निचले स्तर पर पहुँच गया है। एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार 4 फरवरी सप्ताह में कच्चे तेल के भंडार 4.8 मिलियन बैरल गिरकर 410.4 मिलियन बैरल रह गया है जो अक्टूबर 2018 के बाद से सबसे कम वाणिज्यिक भंडार है। रॉयटर्स पोल में विश्लेषकों ने 3,69,000 बैरल की वृद्धि का अनुमान लगाया था। ईआईए के आँकड़ों से पता चलता है कि देश भर में मजबूत आर्थिक गतिविधियों के कारण अमेरिकी उत्पाद पिछले चार हफ्तों में 21.9 मिलियन बैरल प्रति दिन पर पहुँच गयी। वाशिंगटन ने ईरान के साथ परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए अप्रत्यक्ष वार्ता फिर से शुरू की। इस तरह का सौदा ईरानी तेल निर्यात पर अमेरिकी प्रतिबंधें को हटा सकता है और बाजार में आपूर्ति को तेजी से बढ़ा सकता है, लेकिन कई महत्वपूर्ण मुद्दों को अभी भी दूर करने की आवश्यकता है। इस बीच, यूक्रेन को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं, क्योंकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने कहा कि संकट को कम करने के लिए कदम उठाये जा सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक की और सभी पक्षों से शांत रहने का आ“वान किया।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों को 290 रुपये के स्तर पर सहारा और 315 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 10 फरवरी 2022)