बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 764-780 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
शंघाई और एलएमई बेस मेटल की कीमतें कल बढ़त के साथ बंद हुई जबकि बाजार को अमेरिकी उपभोक्ता कीमतों के आँकड़ों का इंतजार है जिसके 40 वर्षो में सबसे अधिक रहने की संभावना है। पेरू के लास बंबास तांबे की खदान में खनन गतिविधि जो वैश्विक आपूर्ति का 2% है, प्रदर्शनकारियों द्वारा एक प्रमुख पहुँच मार्ग को अवरुद्ध करने के बाद तेजी से गिरना शुरू हो गया है।
जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 300-310 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। लंदन और शंघाई में कीमतों में अंतर चीन से निर्यात के पक्ष में हो गया है क्योंकि यूरोप में स्मेल्टर बंद होने से आपूर्ति-श्रृंखला अंतराल बढ़ गया है और प्रीमियम बढ़ गया है। लेड की कीमतें 182-186 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। चीन ने पिछले साल 95,000 टन रिफाइंड लेड का निर्यात किया है जो 2007 के बाद से सबसे अधिक वार्षिक निर्यात है। निरंतर कम एलएमई स्टॉक और लगातार उच्च भौतिक प्रीमियम को देखते हुये आगे भी अधिक निर्यात होने की संभावना है। निकल की कीमतें 1,740-1,785 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। पिछले साल की दूसरी छमाही में बाजार में तेजी के कारण चीन में रिफाइंड निकल का आयात दोगुना बढ़कर 261,000 टन हो गया। इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र से अधिक माँग निकेल सल्फेट के तेजी से बढ़ते आयात से भी स्पष्ट है।
आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 255 रुपये के सहारा के साथ 265 रुपये तक बढ़ सकती है। कम आपूर्ति और घटते भंडार को लेकर निवेशकों की चिंता के कारण कल एल्युमीनियम की कीमतें साढ़े 13 साल के उच्च स्तर के करीब पहुँच गयी। गोल्डमैन सैक्स ने मंगलवार को एल्युमीनियम की कीमतों का अनुमान अगले 12 महीने में 4,000 डॉलर प्रति टन तक बढ़ा दिया है और कहा कि यह 2022 में कीमतें औसतन 3,450 डॉलर रह सकती है। (शेयर मंथन, 10 फरवरी 2022)