कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है। कीमतों के 6,740-6,890 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेल की कीमतों में शुरुआती कारोबार में नरमी दर्ज की गयी है क्योंकि अमेरिकी मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी के बाद ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी की संभावना से कीमतों पर दबाव पड़ा और निवेशक यूएस-ईरान परमाणु वार्ता के परिणाम का इंतजार कर रहे है जिससे वैश्विक बाजारों में कच्चे तेल की आपूर्ति में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है। बेंचमार्क तेल की कीमतें भी लगातार सात साप्ताहिक बढ़त के बाद अपनी पहली साप्ताहिक गिरावट की ओर अग्रसर हैं। निवेशक अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को पुनर्जीवित करने के लिए अप्रत्यक्ष वार्ता पर भी नजर गड़ाए हुये हैं, जो इस सप्ताह 10 दिनों के ब्रेक के बाद फिर से शुरू हुआ। यह सौदा ईरानी तेल के निर्यात पर से प्रतिबंध हटा सकता है और वैश्विक आपूर्ति की कमी को समाप्त कर सकता है लेकिन कई महत्वपूर्ण मुद्दों को अभी भी दूर करने की आवश्यकता है। इस बीच, पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) ने कहा कि इस साल दुनिया की तेल माँग अधिक तेजी से बढ़ सकती है। समूह ने इस वर्ष 4.15 मिलियन बैरल प्रति दिन की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था महामारी से तेजी रिकवरी कर रही है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है और कीमतों को 290 रुपये के स्तर पर सहारा और 315 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। कल नेचुरल गैस वायदा में गिरावट जारी रही, लेकिन नवीनतम मौसम के आँकड़ों के बाद आगामी सर्द मौसम के पहले की अपेक्षा थोड़ी देर तक टिके रहने के बाद गिरावट पर रोक लगी। (शेयर मंथन, 11 फरवरी 2022)