बेस मेटल की कीमतें मिले-जुले रुझान के साथ कारोबार कर सकती है। तांबे की कीमतें 764-776 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
अमेरिकी मुद्रास्फीति के अनुमान से अधिक आँकड़ों के बाद फेडरल रिजर्व द्वारा अधिक आक्रामक नीति की संभावना से काउंटर पर दबाव रह सकता हैं जबकि बेस मेटल सेक्टर में आपूर्ति में कमी के बरकरार रहने की संभावना हैं। जनवरी में अमेरिकी उपभोक्ता कीमतों में अप्रत्याशित रूप से बड़ी उछाल के बाद अमेरिकी केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति के खिलाफ मजबूत रुख अपनाने के लिए बढ़ते दबाव का सामना कर रहा है। लेकिन यूक्रेन को लेकर बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और चीन एवं यूरोप में स्मेल्टर के बंद होने की चिंता और एक्सचेंज वेयरहाउस में घटते भंडार के कारण धातुओं की आपूर्ति को लेकर बाजार की चिंता को बढ़ गयी है। जनवरी में चीन में बैंक से नया उधार पिछले महीने की तुलना में तीन गुना से अधिक हो गया, पूर्वानुमानों को पछाड़कर रिकॉर्ड ऊँचाई पर पहुँच गया, क्योंकि चीन का केंद्रीय बैंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में धीमी वृद्धि से निकलना चाहता है। प्रमुख एक्सचेंजों में तांबें का भंडार अब खतरनाक स्तर पर है, जो केवल तीन दिनों की वैश्विक आपूर्ति का प्रतिनिधित्व करता है।
जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतें 302-306 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। लंबे समय तक बिजली की अधिक कीमतों और चीन में लगातार पर्यावरणीय प्रतिबंधें के कारण आपूर्ति में व्यवधन की चिंताओं से जिंक की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रह सकती है। इंटरनेशनल लेड और जिंक स्टडी ग्रुप का अनुमान है कि 2022 में रिफाइंड जिंक की वैश्विक जरूरत बढ़कर 14.09 मिलियन टन और अगले साल 14.41 मिलियन टन हो जायेगी। लेड की कीमतें 183-187 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। निकल की कीमतें 1,754-1,785 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 252 रुपये के सहारा के साथ 256 तक बढ़ सकती है। उच्च ऊर्जा लागत के कारण चीन और यूरोप में स्मेल्टर बंद होने और यूक्रेन पर रूस के साथ पश्चिम देशों के गतिरोध ने एल्युमीनियम की आपूर्ति को कम कर दिया है। (शेयर मंथन, 14 फरवरी 2022)