कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
कीमतों के 8,200-8,510 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मॉस्को के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूसी बैंकों पर प्रतिबंधें के कारण कच्चे माल के व्यापार के लिए वित्तीय बाधाओं और आवागमन की बाधओं के कारण आज भी तेल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रही और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें 116 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुँच गयी जबकि अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार कई वर्षो के निचले स्तर पर पहुँच गया है। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और रूस सहित उनके सहयोगियों ने कीमतों में वृद्धि के बावजूद मार्च में प्रति दिन 4,00,000 बैरल प्रति दिन उत्पादन में वृद्धि बनाये रखने का फैसला किया है। समूह ने बैठक के दौरान यूक्रेन संकट की अनदेखी की और उपभोक्ताओं की ओर से अधिक कच्चे तेल की अपील को ठुकरा दिया। व्हाइट हाउस द्वारा घोषित प्रतिबंधें के नये दौर में विशिष्ट शोधन प्रौद्योगिकियों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिससे रूस के लिए अपनी तेल रिफाइनरियों का आधुनिकीकरण करना कठिन हो गया है। अभी तक रूसी तेल और गैस निर्यात को बाधित नहीं किया जा रहा था क्योंकि जो बाइडेन प्रशासन पर वैश्विक तेल बाजारों और अमेरिकी ऊर्जा कीमतों पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर दबाव है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, रूस दुनिया का नंबर 3 तेल उत्पादक और वैश्विक बाजारों में तेल का सबसे बड़ा निर्यातक है। एजेंसी ने कहा कि रूसी कच्चे और तेल उत्पादों का निर्यात दिसंबर में प्रति दिन 7.8 मिलियन बैरल तक पहुँच गया।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 352 रुपये के स्तर पर सहारा और 370 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। (शेयर मंथन, 03 मार्च 2022)