बेस मेटल की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है। तांबे की कीमतें 795-804 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के बीच रात भर के कारोबार में एलएमई में बेस मेटल की कीमतें बढ़त के साथ बंद हुई जबकि अलग-अलग फंडामेंटल के आधार पर शंघाई में कीमतों में मिला-जुला रुझान रहा। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रही, जिससे तांबे की कीमतों को फायदा हुआ। इसके अलावा, अमेरिकी फेड चेयरमैन पॉवेल ने कहा कि वह अभी भी मार्च में ब्याज दरों को 25 बेंचमार्क बढ़ाने की योजना का समर्थन करते हैं। चिली की सांख्यिकी एजेंसी ने कहा कि चिली, दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक, में तांबा उत्पादन सालाना आधार पर 7.5% गिरकर 4,29,923 टन हो गया। निकल में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 1,970 रुपये पर सहारा और 2020 पर रुकावट रह सकता है। निकल उद्योग के सूत्रों ने कहा कि रूस से आने-जाने वाले यातायात को रोकने वाली शिपिंग लाइनों का मतलब वैश्विक ग्राहकों को निकल की आपूर्ति बाधित हो सकती है। रूस दुनिया को लगभग 10% निकल की आपूर्ति करता है जिसका उपयोग स्टेनलेस स्टील और इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बैटरी बनाने के लिए किया जाता है। आपूर्ति को लेकर चिंता जारी रहने से एल्युमीनियम की कीमतें 286 रुपये के सहारा के साथ 292 रुपये तक बढ़ सकती है।
एल्युमीनियम की कीमतें रिकॉर्ड ऊँचाई की ओर बढ़ गयी क्योंकि यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस पर वित्तीय प्रतिबंधें के कारण रुसल से आपूर्ति को लेकर चिंताएं बढ़ गयी है, जबकि शिपिंग व्यवधनों को लेकर चिंताओं के कारण निकल को बढ़ावा दिया। जिंक में खरीदारी हो सकती है और कीमतों को 318 रुपये पर सहारा और 324 रुपये पर बाधा रह सकता है। लेड की कीमतें 187-191 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। बिजली की बढ़ती कीमतें जिंक की कीमतों को बढ़ा रही हैं क्योंकि कई कारोबारियों का मानना है कि उत्पादक जिंक उत्पादन में अधिक कटौती करेंगे। (शेयर मंथन, 03 मार्च 2022)