कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
कीमतों के 8,300-8,610 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। तेल की कीमतों में आज फिर से उछाल दर्ज की गयी है क्योंकि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधें के कारण रूसी तेल निर्यात में व्यवधन संभावित परमाणु समझौते से ईरानी आपूर्ति में बढ़ोतरी की संभावना से अधिक है। वैश्विक बाजार गिरावट हुई है जबकि रूस-यूक्रेन संघर्ष में वृद्धि के संकेत पर तेल की कीमतें बढ़ रही है। एक यूक्रेनी परमाणु ऊर्जा संयंत्रा, यूरोप का सबसे बड़ा, रूसी सैनिकों के हमले के बाद आग लगने की खबरों के बाद तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी है। तेल इस भय से भी बढ़ रहा है कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर रूस पर पश्चिमी प्रतिबंध रूस से तेल निर्यात को बाधित करेंगे, जो संयुक्त रूप से कच्चे और तेल उत्पादों का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है। रूसी कच्चे तेल के लिए व्यापारिक गतिविधि पहले से ही कम हो गयी है क्योंकि ऽरीदार प्रतिबंधें के कारण खरीदारी करने में संकोच कर रहे हैं। 2015 के ईरान परमाणु समझौते को फिर से लागू करने के लिए बातचीत जारी है।
नेचुरल गैस की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 352 रुपये के स्तर पर सहारा और 370 रुपये के स्तर पर रुकावट रह सकता है। (शेयर मंथन, 04 मार्चा 2022)