हल्दी वायदा (जून) की कीमतों में 7,600-7,500 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। घरेलू बाजारों में कमजोर माँग के कारण निजामाबाद में हाजिर कीमतों में गिरावट के कारण सेंटीमेंट कमजोर है।
हल्दी वायदा (जुलाई) की कीमतों में 7,300-7,200 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। हाजिर बाजार में सेंटीमेंट कमजोर है और बाजार में खराब क्वालिटी की आवक के बीच स्थानीय स्टॉकिस्टों की ओर से सुस्त माँग के कारण कीमतों में गिरावट हुई है।
बाजारों में नयी सीजन की आवक के बीच बढ़ती बिकवाली के कारण हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें कल 2.1% की गिरावट के साथ बंद हुई और कीमतों में 10,050 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 9,500 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
नये सीजन की आवक की खबरों और युद्ध की स्थितियों के बीच यूरोपीय देशों को निर्यात प्रभावित होने की आशंका के कारण पिछले सप्ताह हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतें गिरावट के साथ बंद हुई।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है और कीमतें 8,600-9,600 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है।
हल्दी वायदा (जुलाई) की कीमतों के 7,600-7,900 रुपये के दायरे में मजबूत होने की संभावना है और कीमतों की गिरावट पर रोक लगी रह सकती है।
हल्दी वायदा (मई) की कीमतों में नरमी का रुझान है और कीमतों में 7,800-7,700 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल 3.5% की उछाल दर्ज की गयी है और कीमतों के 7,300 रुपये पर सहारा के साथ 7,750 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है।
नयी खरीदारी के कारण हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है और अब 7,270 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 7,550 रुपये तक बढ़ोतरी होने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 6,300 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,550-6,600 रुपये के स्तर पर पहुँचने की क्षमता है।
निजामाबाद मंडी में 2,000 बैग की आवक के बीच हल्दी की सभी किस्मों में स्थिरता रही।
हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतें नरमी के दायरे में है और और पर्याप्त माँग के अभाव में कीमतों में रिकवरी नही हो रही है।
हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों में 6,670-6,635 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है।
हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों में हफ्ता-दर-हफ्ता गिरावट हो रही है जिससे पता चलता है कि रुझान अभी भी कमजोर है और शॉर्ट कवरिंग को 6,025 रुपये के स्तर पर रुकावट का सामना करना पड़ सकता है।
हल्दी वायदा (जून) में तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की उम्मीद है और इसकी कीमतें 6,800 रुपये के पास बाधा को पार कर 6,850-6,900 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!