हल्दी वायदा (मई) की कीमतों में 6,300-6,330 रुपये तक बढ़त दर्ज किए जाने की संभावना हैं।
अधिक आवक के बावजूद अधिक निर्यात माँग के कारण हल्दी की कीमतों में तेजी दर्ज की जा रही है। इसके अतिरिक्त निजामाबाद बाजार में अगले 15 दिनों में आवक धीमी होने की संभावना है, इसलिए स्टॉकिस्ट सभी आवक होने वाली हल्दी की खरीदारी कर रहे हैं। जीरा वायदा (मई) की कीमतों में तेजी जारी रहने की संभावना है जबकि कीमतों में 1,600-1,6200 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। औसत आवक के बीच बेहतर खरीदारी के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में जीरे की कीमतों में तेजी दर्ज की जा सकती है। राजकोट और गोंदल बाजार में जीरे की कीमतों में 20-30 रुपये 20 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। राजस्थान के बाजारों में भी कीमतों में 50-100 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। सीरिया में सामरिक तनाव के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में जीरे की आपूर्ति लगभग नगण्य होने के कारण भारत से निर्यात माँग में बढ़ोतरी होने की संभावना है। धनिया वायदा (मई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों के 5,160-5,225 रुपये के दायरे में रहने की संभावना है। गुना बाजार में धनिया की कीमतों में 100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की गिरावट हुई है। राजकोट और गोंदल बाजार में कीमतें काफी कम दायरे में कारोबार कर रही हैं। कमजोर माँग के मुकाबले अधिक उपलब्धता के अनुमान के कारण नरमी का सेंटीमेंट है। इलायची वायदा (मई) की कीमतों के 980 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है। आवक और क्वालिटी में गिरावट के कारण कीमतों में गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 17 अप्रैल 2018)
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