शेयर बाजार ने बिना किसी उम्मीद के और बिना किसी को मौका दिये पिछले कुछ समय में जबरदस्त तेजी दिखायी है, जिसमें निफ्टी (Nifty) ने निचले स्तर से करीब 800 अंक की उछाल भर ली है।
इस पूरी उछाल में कम ही लोगों को मौका मिल पाया होगा कि वे कुछ खरीद पायें। इस समय भी लोगों के हाथ में बिकवाली (शॉर्ट) सौदे पड़े हैं। मुझे लगता है कि निफ्टी इस उछाल में करीब 5900-5950 तक जा सकता है।
इस समय भी लोगों को यह लग रहा है कि तेजी टिकाऊ नहीं होगी और वे बिकवाली सौदे करना पसंद कर रहे हैं। लेकिन बाजार ने वापस पलटने का अभी कोई संकेत नहीं दिया है। वैसे अगर लंबी अवधि के लिहाज से बाजार को देखें तो यह एक दायरे में है। पिछले कुछ हफ्तों में निफ्टी बार-बार 5400 के नीचे गया है, लेकिन साप्ताहिक बंद भाव 5400 के ऊपर ही रहा है। इस संरचना को ध्यान में रखते हुए मुझे लगता है कि निफ्टी 6050 तक भी जा सकता है। अभी इस बाजार में मंदी का नजरिया नहीं रखना चाहिए।
बुनियादी (फंडामेंटल) स्थितियाँ बेशक ठीक नहीं लग रही हैं, लेकिन ये तो आज की परिस्थितियाँ हैं। सबको पता है कि चालू खाता घाटा (सीएडी) की समस्या है और मंदी वाली सारी नकारात्मक बातें सबके सामने हैं। इसलिए अगर इनमें से कहीं भी कोई राहत मिलती है तो बाजार बढ़ जायेगा। मुझे लगता है कि बाजार में निराशा काफी ज्यादा हो गयी थी। आज भी लोग इस तेजी को नकार रहे हैं और इस पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। जब निफ्टी 6050 के आसपास आयेगा, तब इसका व्यवहार देखेंगे। कुणाल सरावगी, तकनीकी विश्लेषक (Kunal Saraogi, Technical Analyst)
(शेयर मंथन, 10 सितंबर 2013)
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