बाजार नयी ऊँचाइयों की ओर बढ़ने को तैयार है।
लेकिन यह इकतरफा तेजी नहीं होगी। मानसून में देरी के कारण निकट भविष्य में चुनौतियाँ हैं। इराक संकट के कारण भी उत्साह टूटेगा। सरकार पर काफी ज्यादा उम्मीदों का बोझ है, पर बजट सबको खुश नहीं कर पायेगा। इसलिए निकट भविष्य में बाजार के कुछ फिसलने का जोखिम नकारा नहीं जा सकता है। लेकिन लंबी अवधि का दृष्टिकोण ज्यादा सकारात्मक है। इस तेजी में मँझोले शेयरों में जबरदस्त बढ़त आयेगी। संजय सिन्हा, संस्थापक, साइट्रस ऐडवाइजर्स (Sanjay Sinha, Founder, Cytrus Advisors)
(शेयर मंथन, 08 जुलाई 2014)
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