मेरी सलाह है कि निफ्टी 50 (Nifty 50) के लिए अब घाटा काटने का स्तर (स्टॉप लॉस) खिसका कर 7,615 कर लेना चाहिए, जबकि नीचे की ओर लक्ष्य 6800/6600 का है।
पिछले 25 वर्षों में सेंसेक्स (Sensex) ने 1995, 1996, 1998, 2001, 2008, और 2011 में पिछले साल की तलहटी (Low) को तोड़ा है, जिसके बाद लगभग 10% की गिरावट आयी और उन वर्षों में सेंसेक्स पिछले साल से नीचे ही बंद हुआ। अब 2016 में भी सेंसेक्स ने 2015 की तलहटी को तोड़ दिया है।
निफ्टी 50 के दैनिक चार्ट में 16 दिसंबर 2015 को 7705-7715 के बीच एक ऊपरी अंतराल (Gap-up) बना। उसके बाद 7 जनवरी 2016 को इसने 7721-7694 के बीच एक निचला अंतराल (Gap-down) बनाया, जिसके बाद तीन सत्रों में निफ्टी 50 7,695 के ऊपर जाने में नाकाम रहा जो बहुत नकारात्मक है। इस संरचना का असर 8-10% की गिरावट के रूप में सामने आ सकता है, बशर्ते निफ्टी इंट्राडे के आधार पर 7,725 को पार न करे। ये सभी स्तर नकद श्रेणी के हैं। ए. के. प्रभाकर, रिसर्च प्रमुख, आईडीबीआई कैपिटल (A. K. Prabhakar, Head -Research, IDBI Capital)
(शेयर मंथन, 21 जनवरी 2016)