नीलेश शाह
प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कोटक म्यूचुअल फंड
बाजार की दृष्टि से राजनीतिक अनिश्चितता का दूर होना हमेशा स्वागत योग्य है।
लोकसभा चुनाव 2019 पर जनादेश एक स्थिर सरकार चुनने में मतदाताओं की परिपक्वता को दर्शाता है। अनिश्चितता के पीछे छूट जाने के साथ ही बाजार निवेश को बढ़ावा देने और खपत को सहारा देने के लिए सरकार द्वारा उठाये गये कदमों पर ध्यान केंद्रित करेग, जिसमें नरमी देखने को मिल रही है।
बाजार की नजर पिछले कार्यकाल में रखी गयी नींव पर निर्माण करने के लिए मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल पर है। भारत के पास कम मुद्रास्फीति, बेहतर कर अनुपालन, राजकोषीय बुद्धिमानी, उच्च एफडीआई और प्रबंधनीय चालू खाता घाटे (यदि तेल मौजूदा स्तरों पर रहता है) के रूप में अच्छी व्यापक अर्थव्यवस्था है। बाजार को उम्मीद है कि निवेश में फिर से तेजी लाने और उपभोग वृद्धि को सहारा देने जैसी कुछ चुनौतियों से निपटने के लिए विकास को उच्च स्तर तक पहुँचाने के लिए मंच तैयार है। बाजार मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल से भारतीय जीडीपी विकास के स्तर को वर्तमान 7% के स्तर से उच्च स्तर (महत्वाकांक्षी दोहरे अंक में वृद्धि) में बदलने की उम्मीद कर रहा है।
अगले कुछ वर्षों में बाजार को दोहरे अंकों में आय में वृद्धि की उम्मीद है। जोखिम-इनाम के दृष्टिकोण से बाजार नाजुक रूप से संतुलित है। बाजार की दिशा विकास को गति देने के लिए सरकार द्वारा उठाये जाने वाले कदमों पर निर्भर करेगी। (शेयर मंथन, 23 मई 2019)