जब बाजार में कमजोरी का दौर होता है, तभी आपको खरीदारी के लिए बाहर निकलना चाहिए। जब तेजी का दौर हो तो उसमें आप कितनी खरीदारी कर लेंगे! इसलिए अभी खरीदारी करने वाला बाजार तो है ही। अभी एक बड़ा सुंदर अवसर मिल रहा है।
आगे का मेरा नजरिया काफी सकारात्मक है। लेकिन छोटी अवधि में किस तरह का प्रभाव पड़ने वाला है, यह कहना मुश्किल है। जो वैश्विक चीजें हैं, उनका कुछ पता नहीं है, लेकिन तमाम घरेलू कारक भी बड़े अनिश्चित हैं।
अभी मूल्यांकन के लिहाज से मेरा नजरिया बहुत सकारात्मक है। मगर आपको तीन साल तक इंतजार करना होगा। अभी खरीदने के लिए आपको निवेश के मूल सिद्धांतों की ओर जाना होगा। इस समय खपत से जुड़े अच्छी गुणवत्ता के शेयरों पर ध्यान है। इस समय क्यों न एशियन पेंट्स या ओरिएंट इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे शेयरों को देखा जाये। मैं गिरावटों के बीच निजी बैंकों पर नजर रखूँगा। ऐक्सिस बैंक काफी अच्छा लग रहा है।
दवा (फार्मा) शेयर वापसी कर सकते हैं। मैं इस क्षेत्र पर पिछले दो-तीन वर्षों से काफी नकारात्मक रहा हूँ। लेकिन यह क्षेत्र अब प्रदर्शन को लेकर चौंका सकता है। मैं पहले दिग्गज (लार्जकैप) शेयरों को देखूँगा। पहली हलचल वहीं देखने को मिलेगी। उसके बाद स्वाभाविक रूप से मँझोले शेयरों में गति आयेगी।
एक हफ्ते जैसी छोटी अवधि के लिए मेरे नजरिये से कुछ लेना बहुत मुश्किल है। अगर कोई कारोबारी (ट्रेडर) है तो उसे हर उछाल को अपने सौदे हल्के करने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आपके पास कमजोर शेयर हैं तो हर उछाल में उससे बाहर निकलते रहें। फिलहाल कारोबारी नजरिये से मैं और कुछ सलाह नहीं दे सकूँगा।
लेकिन अगर बाजार में यहाँ से और 5% की भी गिरावट आती है, तो आपको अपने पास निवेश के लिए पड़ा एक चौथाई पैसा लगा देना चाहिए। अगर निफ्टी यहाँ से 300-400 अंक गिरता है तो उसके बाद इंतजार नहीं करना चाहिए। आज की तारीख में मैं भी इंतजार कर रहा हूँ। लेकिन निफ्टी 300-400 अंक और गिरने पर मैं अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों में खरीदारी शुरू कर दूँगा। आशीष कुकरेजा, एमडी, क्राफ्ट फाइनेंशियल (Ashish Kukreja, MD, Craft Financial)
(शेयर मंथन, 11 सितंबर 2019)