कमजोर अंतरराष्ट्रीय संकेतों और घरेलू राजनीतिक गतिविधियों को लेकर आज भारतीय शेयर बाजार में दबाव दिख रहा है।
आने वाले दिनों में बाजार में एक सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव का रुख रहेगा। आज बाजार की नजर बसपा की नेता मायावती के फैसले पर लगी हुई है कि वह यूपीए सरकार को समर्थन जारी रखती हैं या नहीं। देश में एक फिर से भ्रष्टाचार के मुद्दे उठने लगे हैं। इन खबरों को भी बाजार बारीकी से देख रहा है।
आईटी क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के नतीजों के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। नतीजों के बाद ही कोई नया निवेश करने का निर्णय लेना ठीक रहेगा। इन्फोसिस के नतीजों के बारे में मेरा अनुमान है कि इसमें 2-3% बढ़त देखने को मिल सकती है। जिनके पास पहले से इन्फोसिस के शेयर हैं, वे अभी इसमें बने रहें। अगर इसके नतीजे सकारात्मक रहते हैं तो मौजूदा स्तरों पर खरीदारी की जा सकती है। के के मित्तल, पीएमएस प्रमुख, ग्लोब कैपिटल (K K Mital, Head - PMS, Globe Capital)
(शेयर मंथन, 10 अक्टूबर 2012)
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