देश के सबसे प्रमुख बैंकों में से एक आईसीआईसीआई बैंक ने बाजार के अनुमानों से कहीं बेहतर तिमाही कारोबारी नतीजे सामने रखे हैं।
आईसीआईसीआई बैंक ने अक्तूबर-दिसंबर 2022 की तिमाही (Q3FY23) में साल-दर-साल 34.2% उछाल दर्ज करते हुए 8,312 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (Net Profit) हासिल किया है। अक्तूबर-दिसंबर 2022 की तिमाही में बैंक की शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income) या एनआईआई (NII) 34.6% बढ़ कर 16,465 करोड़ रुपये हो गयी, जो पिछले साल 12,236 करोड़ रुपये थी।
बैंक के इस आशाओं से बेहतर परिणाम में घरेलू ऋण पुस्तिका (Domestic Loan Book) में 21.4% की अच्छी वृद्धि और एक स्थिर शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) का योगदान रहा है। शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) पिछले कारोबारी साल की तीसरी के 3.96% की तुलना में इस बार 4.65% रहा।
बैंक का कोर ऑपरेटिंग प्रॉफिट (प्रावधानों और कर से पहले लाभ, ट्रेजरी आय को छोड़ कर) साल-दर-साल 31.6% बढ़ कर 2022-23 की तीसरी तिमाही में 13,235 करोड़ रुपये हो गया। यह 31 दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 10,060 करोड़ रुपये था। हालाँकि प्रावधानों (Provisions) की राशि पिछले वर्ष की समान तिमाही के 2,007 करोड़ रुपये से 12.5% बढ़ कर इस वित्त-वर्ष की तीसरी तिमाही में 2,257 करोड़ रुपये हो गयी।
इसके एनपीए में कमी आयी है, यानी संपत्ति गुणवत्ता में सुधार देखा गया है। वित्त-वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में सकल एनपीए (Gross NPA) अनुपात पिछले साल के 4.13% से घट कर 3.07% हो गया। वहीं शुद्ध एनपीए (Net NPA) अनुपात इस दौरान 0.85% से घट कर 0.55% हो गया। एनपीए या नॉन परफॉर्मिंग एसेट का मतलब होता है फँसे हुए कर्जों की राशि। (शेयर मंथन, 21 जनवरी 2023)
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