आईटीआई म्यूचुअल फंड ने हाइब्रिड स्कीम- आर्बिट्राज फंड श्रेणी में एक नये फंड की पेशकश की है। आईटीआई आर्बिट्राज फंड (ITI Arbitrage Fund) नामक यह फंड ओपेन ऐंडेड फंड है।
इस फंड का उद्देश्य मुख्यतः इक्विटी मार्केट के कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट में आर्बिट्राज के मौकों में पूँजी लगा कर तथा बाकी राशि डेब्ट और मनी मार्केट के विकल्पों में निवेश कर आमदनी उत्पन्न करना है। इस योजना का बेंचमार्क निफ्टी 50 आर्बिट्राज इंडेक्स है।
एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मुताबिक यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो मुख्यतः आर्बिट्राज के मौकों में निवेश कर आमदनी का सृजन करना चाहते हैं। रिस्कोमीटर पर स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है कि इसके साथ सामान्य से थोड़ा कम जोखिम जुड़ा हुआ है। यह योजना रेगुलर और डायरेक्ट दोनों ही विकल्पों में उपलब्ध है। रेगुलर विकल्प के तहत निवेशक वितरकों के माध्यम से इस योजना में निवेश कर सकते हैं, जबकि डायरेक्ट विकल्प के तहत सीधे फंड हाउस से ही योजना में निवेश किया जा सकता है।
निवेश लाभ के लिहाज से भी निवेशकों को दो विकल्प दिये गये हैं- ग्रोथ (वृद्धि) और डिविडेंड (लाभांश)। निवेशक जो विकल्प चाहें उसका चुनाव कर सकते हैं। ग्रोथ विकल्प इस योजना का डिफाल्ट विकल्प है, इसका मतलब यह है कि जो निवेशक कोई विकल्प नहीं चुनेंगे, उनका निवेश ग्रोथ विकल्प के तहत माना जायेगा। डिविडेंड विकल्प के भीतर निवेशकों को डिविडेंड रीइनवेस्टमेंट और डिविडेंड पेआउट जैसे उपविकल्प भी उपलब्ध हैं। इस विकल्प के भीतर डिविडेंड रीइनवेस्टमेंट उपविकल्प को डिफाल्ट उपविकल्प बनाया गया है।
नये फंड ऑफर में निवेश के इच्छुक लोग इस फंड में न्यूनतम 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इस फंड में कोई इन्ट्री लोड (प्रवेश शुल्क) नहीं लगेगा। लेकिन यदि कोई निवेशक यूनिटों के आवंटन के 30 दिनों के भीतर उनका रिडम्पशन करता है, तो ऐसी स्थिति में उससे 0.25% निकासी शुल्क (एक्जिट लोड) की वसूली की जायेगी। हालाँकि यदि कोई निवेशक यूनिटों के आवंटन के 30 दिनों के बाद उनका रिडम्पशन करता है, तो ऐसी स्थिति में उससे कोई निकासी शुल्क नहीं लिया जायेगा।
यह योजना 20 अगस्त 2019 से आरंभ हो चुकी है और 03 सितंबर 2019 को बंद हो रही है, हालाँकि इसके बाद 12 सितंबर 2019 से यह योजना फिर से खुलेगी, ताकि यूनिटों की लगातार खरीद-बिक्री हो सके। (शेयर मंथन, 30 अगस्त 2019)