खबरों के अनुसार रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance General Insurance) आईपीओ (IPO) इश्यू लाने के लिए जल्द ही दोबारा बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास आवेदन कर सकती है।
गौरतलब है कि इससे पहले अस्थिर बाजार स्थिति के कारण रिलायंस जनरल इंश्योरेंस को अपनी आईपीओ योजना टालनी पड़ी थी। सेबी की आईपीओ के लिए दी गयी मंजूरी एक साल तक वैध रहती है। मगर रिलायंस जनरल इंश्योरेंस को सेबी से पहले मिली मंजूरी की समयसीमा 29 नवंबर 2018 को खत्म हो गयी।
09 अक्टूबर 2017 को रिलायंस जनरल इंश्योरेंस ने सेबी के पास आईपीओ के लिए आवेदन किया था। भारत में निजी क्षेत्र की सबसे प्रमुख जनरल बीमा कंपनियों में से एक रिलायंस जनरल इंश्योरेंस ने आईपीओ में 6.7 करोड़ इक्विटी शेयर बेचने की योजना बनायी थी। इनमें 10 रुपये मूल कीमत के 1.67 करोड़ नये शेयरों के अलावा 5.03 करोड़ शेयर इसकी मूल कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance Capital) द्वारा ऑफर फोर सेल के लिए बेचे जाने थे।
रिलायंस कैपिटल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी ने पुनर्वैधीकरण के लिए भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) से मंजूरी माँगी है। आईआरडीए से मंजूरी मिलने के साथ ही कंपनी अपने 1,500-2,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए दोबारा सेबी के पास आवेदन करेगी।
वर्तमान में भारत में केवल दो सामान्य बीमा कंपनियाँ सूचीबद्ध हैं, जिनमें आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस और न्यू इंडिया एश्योरेंस शामिल हैं। (शेयर मंथन, 17 जनवरी 2019)
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