विजय भूषण
पार्टनर, भारत भूषण ऐंड कंपनी
प्रधानमंत्री ने हाल में यह बयान दिया कि पूँजी बाजार पर अतिरिक्त कर बोझ डाला जा सकता है, जिससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया है।
यह बाजार के लिए प्रमुख चिंता है। अगर आगामी बजट पूँजी बाजार के लिए अनुकूल नहीं रहता है, तो बाजार सुस्त ही बना रहेगा। साथ ही अमेरिकी ब्याज दरों में वृद्धि और नोटबंदी के चलते माँग में कमी को लेकर भी बाजार चिंतित है। वहीं घरेलू बाजार में ब्याज दरें घटना बाजार के लिए सकारात्मक है। अब भी विश्व में सबसे ऊँची विकास दर भारत में ही रहेगी। (शेयर मंथन, 02 जनवरी 2017)