Budget 2025: मध्यम वर्ग के लिए राहतों वाला बजट, वित्त मंत्री ने की ये अहम घोषणाएँ
मोदी सरकार का यह बजट आम लोगों के लिए बड़ी राहतें लेकर आया है। खास कर मध्यम वर्ग के लिए, जो पिछले कई सालों से खुद को हाशिये पर धकेले जाने की शिकायतें कर रहा था।
मोदी सरकार का यह बजट आम लोगों के लिए बड़ी राहतें लेकर आया है। खास कर मध्यम वर्ग के लिए, जो पिछले कई सालों से खुद को हाशिये पर धकेले जाने की शिकायतें कर रहा था।
बाजार में पहले से इस बात के अंदेशे थे कि इस बार बजट में पूँजीगत लाभ कर (Capital Gain Tax) और वायदा-विकल्प (Futures and Options) कारोबार पर लगने वाले टैक्स को लेकर कुछ सख्त घोषणाएँ हो सकती हैं, हुआ भी ऐसा ही।
वेंकट चलसानी
सीईओ, एम्फी
वित्त मंत्री ने आज एक विकासोन्मुख बजट पेश किया है। पूँजीगत व्यय (capital expenditure) में कटौती किये बिना राजकोषीय समेकन (fiscal consolidation) पर ध्यान केंद्रित करना और विकसित भारत के लिए स्पष्ट रोडमैप तैयार करना बेहद सकारात्मक है।
केंद्रीय बजट 2024 : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (23 जुलाई) को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला आम बजट पेश किया। उन्होंने आज रिकॉर्ड 7वीं बार केंद्रीय बजट पेश किया। हालाँकि, भारतीय शेयर बाजार को इस बार का आम बजट कुछ खास पसंदी नहीं आया। वित्त मंत्री के बजट भाषण की शुरुआत में जहाँ दोनों सूचकांक सपाट थे, वहीं लॉन्ग टर्म कैपटिल गेन्स टैक्स और नयी कर व्यवस्था के प्रावधानों की घोषणा के साथ 1% से ज्यादा टूट गये। मगर बाजार जल्द संभल गये और इस समय दोनों सूचकांक तकरीबन 0.50% से अधिक की नरमी के साथ कारोबार कर रहे हैं।
नवनीत मुनोट
एमडी और सीईओ, एचडीएफसी एएमसी
महात्मा गांधी के शब्दों में, “किसी समाज की सच्ची पहचान इस बात से की जा सकती है कि वह अपने सबसे कमजोर लोगों के साथ कैसा व्यवहार करता है।” और सरकार ने ज्ञान (GYAN), यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी को केंद्रित करके बिल्कुल यही करने का प्रयास किया है।
ए. बालासुब्रमण्यम
एमडी और सीईओ, आदित्य बिड़ला म्यूचुअल फंड
भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा दिया गया अंतरिम बजट भाषण स्पष्ट रूप से राजकोषीय समेकन (fiscal consolidation), बुनियादी ढाँचे के खर्च, उपभोग और पूँजीगत व्यय पर केंद्रित है।
राजेश रपरिया, सलाहकार संपादक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्ली में वैश्विक आर्थिक नीति फोरम के कार्यक्रम में कहा है कि फरवरी में पेश होने वाला बजट नयी सरकार के गठन तक सरकारी खर्चों का हिसाब-किताब रखेगा।
मधुरेंद्र सिन्हा, वरिष्ठ पत्रकार
नया साल आते ही सभी के जेहन में बजट कौंधने लगता है। उस पर चर्चा शुरू हो जाती है, विद्वान तर्क-वितर्क देने लगते हैं।
बजट 2023-24 को लेकर बाजार विशेषज्ञ काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। वित्त एवं कॉर्पोरेट मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार (01 फरवरी) को अपने कार्यकाल का पाँचवाँ बजट पेश किया। इस बजट को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष कुमार चौहान ने हाल के वर्षों में पेश सर्वश्रेष्ठ बजट बताया है।
क्या बजट 2022 में विकास के लिए खजाना खोला है सरकार ने?
बजट 2022 प्रस्तुत होने से पहले बाजार मजबूत चल रहा था और बजट के बाद भी यह मजबूती बढ़ती दिखी है।
हर बजट से सबको बड़ी आशाएँ होती हैं।
केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार 31 जनवरी 2022 को संसद में आर्थिक समीक्षा 2021-22 प्रस्तुत की।
बजट 2022 पेश होने से पहले अब केवल एक कारोबारी दिन बाकी बचा है।
इंडिया रेटिंग्स की ताजा रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में सरकारी घाटा बजट लक्ष्य से कम रहने के अनुमान हैं।
उदय कोटक, अध्यक्ष, सीआईआई
अपूर्व बजट प्रस्तुत करने के अपने वादे को पूरा करते हुए वित्त मंत्री ने कई विवेकपूर्ण उपायों की घोषणा की है, जिनका उद्देश्य बुनियादी ढाँचे का विस्तार, शिक्षा, आवास और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सरकारी खर्च को नये उत्साह के साथ बढ़ाना है।