जेट एयरवेज (Jet Airways) के शेयर में 3.5% से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल रही है।
खबरों के अनुसार जेट एयरवेज की योजना टिकट बिक्री से प्राप्त आमदनी का उपयोग बकाया ऋण चुकाने की है। मगर जानकारों का मानना है कि कंपनी के लेनदारों के इस प्रस्ताव को स्वीकार करने की संभावना कम है, क्योंकि इस तरह से प्राप्त पूँजी ऋण राशि के मुकाबले कम होगी।
दरअसल अस्थायी नकदी संकट के चलते एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के एक समूह को समय पर कर्ज का भुगतान करने में चूक गयी। ऋण चुकाने में चूक जाने पर कंपनी बैंकों के साथ बातचीत कर रही है। पिछली लगातार तीन तिमाहियों में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा उठाने वाली जेट एयरवेज पर सितंबर तिमाही के अंत तक करीब 8,052 करोड़ रुपये का ऋण था।
हाल ही में यह भी खबर आयी थी कि जेट एयरवेज सरकारी बैंक एसबीआई के साथ 1,500 करोड़ रुपये का अल्पावधि ऋण प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रही है। इस ऋण के जरिये विमानन कंपनी की योजना कार्यकारी पूँजी जरूरतों और भुगतान दायित्वों को पूरा करने की है, जिनमें पायलटों का वेतन शामिल है।
इस कर्ज के लिए जेट एयरटेज की साझेदार और मध्य-पूर्व की प्रमुख विमानन कंपनी इतिहाद, जिसकी जेट एयरवेज में 24% हिस्सेदारी है, गारंटी दे सकती है।
बीएसई में जेट एयरवेज का शेयर 246.85 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले आज 244.00 रुपये पर खुला। अभी तक के कारोबार में इसका निचला स्तर 236.20 रुपये रहा है। करीब 12.40 बजे कंपनी के शेयरों में 9.35 रुपये या 3.79% की बढ़त के साथ 237.50 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। (शेयर मंथन, 04 जनवरी 2019)
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