होटल लीलावेंचर (Hotel Leelaventure) को अपने चार होटल, होटल संचालन और सहायक कंपनी लीला पैलेसेज ऐंड रिसॉर्ट्स (Leela Palaces & Resorts) में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिल गयी है।
हालाँकि कंपनी ने कहा कि वह सेबी के निर्देशों का पालन करते हुए डाक मतपत्र नोटिस (जिसके जरिये शेयरधारकों से मंजूरी ली गयी है) में प्रस्तावित कोई भी लेन-देन बाजार नियामक के अगले निर्देश तक नहीं करेगी।
होटल लीलावेंचर को जिन होटलों को बेचने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मिली है, वे दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई और उदयपुर में हैं। 18 मार्च को होटल लीलावेंचर ने बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और उदयपुर में स्थित अपने चार होटलों के साथ एक संपत्ति कनाडाई निवेश फंड ब्रुकफील्ड (Brookfield) को 3,950 करोड़ रुपये में बेचने की घोषणा की थी।
बता दें कि 23 अप्रैल को सेबी को आईटीसी और एलआईसी की ओर से होटल लीलावेंचर के विरोध में पत्र मिला। आईटीसी ने होटल लीलावेंचर के खिलाफ एनसीएलटी (NCLT) में भी मामला दर्ज करवाया है। कंपनी ने होटल लीलावेंचर पर उत्पीड़न और कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। सेबी आईटीसी की इन्हीं आपत्तियों की जाँच कर रही है और अगले निर्देश तक होटल लीलावेंचर की प्रस्तावित लेन-देन पर रोक लगा दी।
उधर शुक्रवार को बीएसई में होटल लीलावेंचर का शेयर 0.23 रुपये या 2.12% की गिरावट के साथ 10.61 रुपये के भाव पर बंद हुआ। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 669.02 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 20.30 रुपये और निचला स्तर 8.61 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 27 अप्रैल 2019)
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