कच्चे तेल की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
निवेशकों की नजर कच्चे तेल के साप्ताहिक भंडार के आँकड़ों पर रहेगी, जिसमें गिरावट हो सकती है। लेकिन एपीआई के अनुसार 14 सितंबर को समाप्त हफ्ते में अमेरिकी कच्चे तेल का भंडार 1.2 मिलियन बैरल बढ़ कर 397.1 मिलियन बैरल होने के अनुमान के बाद आज तेल की कीमतों पर दबाव देखा जा रहा है। कारोबारियों की नजर अमेरिका द्वारा चीन के उत्पादों पर नया टैरिफ लगाये जाने पर भी रहेगी, जिसके कारण तेल की माँग कम होने की आशंका है। कच्चे तेल की कीमतों को 5,010 पर सहारा और 5,080 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। यद्यपि ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से विश्व स्तर पर तेल की आपूर्ति कम हो रही है, लेकिन विश्व स्तर पर आर्थिक जोखिम बढ़ रहा है।
उधर नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 214 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। अमेरिका में सामान्य से अधिक तापमान के बाद वातानुकूलन के लिए अधिक माँग की संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में जनवरी के बाद सबसे अधिक एक दिवसीय उछाल दर्ज की गयी है। (शेयर मंथन,19 सितंबर 2018)
Add comment