व्यापार युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉटन वायदा की कीमतों में गिरावट के बावजूद घरेलू बाजार में आपूर्ति कम होने और मौजूदा सीजन में कम उत्पादन होने से कीमतों में बढ़त दर्ज की जा रही है।
आगामी दिनों में तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है और जून कॉन्ट्रैक्ट की कीमतें 21,550 रुपये के सहारा के साथ कारोबार कर सकती हैं।
गर्मी के कारण नमी में कमी होने से कपास का वजन कम होने से हो रहे नुकसान से बचने के लिए विक्रेता कपास बेच नहीं रहे हैं। डेयरी सेक्टर की ओर से माँग में वृद्धि और आपूर्ति में कमी के कारण कॉटन ऑयलसीड केक वायदा की कीमतें पिछले महीने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी थी। आगामी दिनों में जून कॉन्ट्रैक्ट की कीमतें 2,735-2,900 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। वर्तमान समय में अन्य पशु आहारों की तुलना में कॉटन ऑयलसीड केक की माँग बहुत अधिक है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा इस वर्ष मॉनसून सामान्य रहने के अनुमान पर अडिग रहने के कारण ग्वारसीड वायदा (जून) की कीमतों में 4,240-4,210 रुपये तक गिरावट देखने को मिल सकती है। भारतीय मौसम विभाग मॉनसून को लेकर अगला अनुमान जुलाई के अंत में जारी करेगा।
इसी प्रकार ग्वारगम वायदा (जून) की कीमतें 8,450-8,400 रुपये तक लुढ़क सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मेक्सिको पर 5% टैरिफ लगाये जाने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण ग्वारगम की माँग में कमी आने की आशंका से कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। पिछले शुक्रवार को तेल की कीमतों में 3% की गिरावट के बाद आज फिर से 1% की गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 03 जून 2019)
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