अंतरराष्ट्रीय बाजारों में नरमी के रुझान पर सोयाबीन वायदा (दिसंबर) में मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों में 4,300 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
कई कमोडिटी व्यापारी अमेरिकी धन्यवाद अवकाश के दौरान परिवार के साथ समय बिताने के लिए राहत की सांस लेते हैं। इस साल के अवकाश के पहले से ही बहुत अलग दिखने की उम्मीद है, जो एक ऐसा विषय है जो शिकागो अनाज और तिलहन बाजारों में हाल के कारोबार के बारे में पहले से ही सच है। धन्यवाद सप्ताह के दौरान वायदा कीमतों में रुझान कुछ अनिश्चित हो सकता है, खासकर जब भागीदारी काफी कम होती है। लेकिन इस वर्ष बाजार पहले से ही असामान्य रूप से तेजी से चल रहा है, और भागीदारी सामान्य से अधिक मजबूत रही है।
आरएम सीड वायदा (दिसंबर) में 5,900-5,800 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। जयपुर सहित सभी हाजिर बाजारों में सरसों, सरसों तेल और सरसों केक की कीमतों में गिरावट हुई है। वायदा कीमतों में 40 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। जयपुर में सरसों की कीमतें 25 रुपये की गिरावट के साथ 6,325-6,330 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। व्यापारियों के अनुसार, खरीदार मौजूदा दरों पर नयी खरीद करने में संकोच कर रहे थे। मिलें भी पीछे हट गयी हैं क्योंकि तेल की कीमतों से सरसों की कीमतों को मदद नही मिल रही है।
सीपीओ वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 890-885 रुपये तक गिरावट होने की उम्मीद है, जबकि सोया तेल वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 1,045-1,040 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। अब भारत में त्योहारी माँग बंद हो गयी है, और अधिक कीमतों पर पॉम ऑयल की कम हो गयी है। घरेलू कारोबारी केवल एक महीने के लिए जरुरत के अनुसार खरीद करने पर विचार कर रहे हैं। कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने भारत सहित कई देशों में फिर से स्थानीय तालाबंदी को मजबूर कर दिया है। इससे खाद्य तेलों की खपत में कमी आने का अनुमान है। मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतें कल 2% गिरकर दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँच गयी क्योंकि व्यापारियों ने नवंबर में निर्यात कम होने का अनुमान लगाया है। कार्गो सर्वेक्षणकर्ता द्वारा गुरुवार को 1-25 नवम्बर के बीच निर्यात आँकड़ें जारी किये जायेंगें। (शेयर मंथन, 25 नवंबर 2020)
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