बाजार में भारी खरीदारी के कारण सोयाबीन वायदा (अगस्त) की कीमतें कल लगाताद दूसरे दिन भी ऊपरी सर्किट पर बंद हुई।
उम्मीद हैं कि कीमतें 9,700 रुपये तक तेजी का रुख बनाये रखेंगी। पिछले तीन कारोबारी सत्रों में कीमतों में लगभग 19% की बढ़ोतरी हुई है। भारत में, किसानों ने 102 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई की है, जो एक साल पहले की तुलना में 9% कम है। मध्य प्रदेश में किसान संगठनों ने दावा किया है कि मानसून की खराब बारिश के कारण जून की शुरुआत में बुवाई के तुरंत बाद लगभग 40% ग्रीष्मकालीन फसलें, विशेष रूप से सोयाबीन और दालें नष्ट हो गयी, जिससे किसानों को फसल फिर से लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हाजिर बाजारों में गिरावट के रुझान पर आरएम सीड वायदा (अगस्त) में बिकवाली जारी रहने की संभावना है। लेकिन कीमतों में अभी भी तेजी का रुझान है और कीमतें 7,550-7,720 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। राजस्थान के जयपुर बेंचमार्क बाजार में सरसों की कीमत 7,765 रुपये प्रति 100 किलोग्राम है जो पिछले सीजन के 7,800 रुपये प्रति 100 किलोग्राम से कम है। सीजन के अंत में बाजार में कमी की उम्मीद है क्योंकि बाजार की रिपोर्ट के मुताबिक, 86 लाख टन की उपलब्धता में से सिर्फ 41.50 लाख टन सरसों ही शेष 8 महीने के लिए बचा है। मलेशिया में सीपीओ कीमतों में तेजी के समर्थन से खाद्य तेल की कीमतों में भी बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है। उत्पादन में सुस्त वृद्धि की उम्मीद से बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव पर पॉम तेल में सकारात्मक रूप से कारोबार हो रहा है। सदर्न पेनिनसुला पॉम ऑयल मिलर्स एसोसिएशन (एसपीपीओएमए) ने अनुमान लगाया है कि 1-25 जुलाई के दौरान मलेशिया का पॉम तेल उत्पादन पिछले महीने की समान अवधि के मुकाबले 6.07% कम हो गया है। अमेरिका में अच्छे तिलहन उत्पादन के लिए मौसम की संभावनाओं में सुधार हुआ है और कीमतों में हाल ही में गिरावट हुई है।
इसलिए, सोया तेल वायदा (अगस्त) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,400-1,360 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है, जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,155 रुपये के करीब सपोर्ट लेते हुये 1,180 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 28 जुलाई 2021)
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