डॉलर के कमजोर होने से सर्राफा की कीमतों के सपाट रहने की संभावना है।
निवेशकों की अमेरिका में कल होने वाले कांग्रेस के चुनावों पर है, जिससे पता चलेगा कि अमेरिकी कांग्रेस पर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स में से किसका कब्जा रहेगा। अक्टूबर में अमेरिकी रोजगार में तेज उछाल दर्ज की गयी और पारश्रामिक में साढ़े नौ वर्षो में सबसे अधिक वार्षिक बढ़त दर्ज की गयी है, जिससे संकेत मिलता है कि दिसबंर में फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है।
इस बीच घरेलू बाजार में धनतेरस के शुभ अवसर पर सोने की खरीदारी हो सकती है, जिससे सोने की कीमतों को 31,850 रुपये के नजदीक बाधा और 31,550 रुपये के नजदीक सहारा और चांदी की कीमतों को 39,000 रुपये के नजदीक बाधा और 38,200 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है।
अमेरिकी कमोडिटी वायदा कारोबार आयोग के अनुसार 30 अक्टूबर को समाप्त हफ्ते में कॉमेक्स में हेज फंडों और मनी मैनेजरों ने सोना वायदा में कुल शॉर्ट पोजिशन में बढ़ोतरी की है। (शेयर मंथन, 05 नवंबर 2018)
Add comment