सोने की कीमतों को 48,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,800 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,780 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 68,490 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी मुद्रास्फीति के कमजोर आँकड़ों के कारण हेज के रूप में माँग कम होने से आज सोने की कीमतों में नरमी है लेकिन डॉलर के कमजोर होने और कम ट्रेजरी यील्ड के कारण गिरावट सीमित रही। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% गिरकर 1,839.61 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% फिसलकर 1,841.50 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। जनवरी में अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य में मामूली रूप से बढ़ोतरी हुई है। बेंचमार्क यू.एस. ट्रेजरी की यील्ड एक सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँच गया है जबकि अमेरिकी मुद्रास्फीति के कमजोर आँकड़ों के बाद डॉलर दो सप्ताह के निचले स्तर पर फिसल गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने अमेरिकियों को महामारी के बाद काम पर वापस लाने के लिए व्यापक राष्ट्रीय प्रयास का आ“वान किया। जनवरी में भारत का सोने आयात एक साल पहले की तुलना में 72% बढ़ गया है। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग बुधवार को 0.15% गिरकर 1,146.60 टन रही। चांदी की हाजिर कीमतें 0.4% की बढ़त के साथ 26.89 डॉलर रही। (शेयर मंथन, 11 फरवरी 2021)
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