डॉलर में मजबूती और ट्रेजरी की यील्ड अधिक होने के कारण सर्राफा की कीमतों में गिरावट हुई है।
लेकिन अधिक अमेरिकी स्टीमुलस की उम्मीद से सोने की कीमतों के लिए पिछले तीन सप्ताह में सबसे बेहतर सप्ताह रहा। मौजूदा मौद्रिक और राजकोषीय नीति के मिश्रण के कारण सोने के लिए बड़ी तस्वीर काफी अच्छी है लेकिन सभी उठापटक के बावजूद सोने की कीमतें नीचे की ओर घिसट रही है। इसलिए कुछ समय के लिए यह बहुत अच्छा दृष्टिकोण नहीं है। चीनी नव वर्ष के अवकाश के कारण एशिया के कई हिस्सों के बंद रहने से व्यापार पूरी तरह से शांत है। डॉलर और बेंचमार्क 10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड सोने की माँग को कम करती है। राष्ट्रपति जो बाइडेन इस महीने में कांग्रेस से पूछने की योजना बना रहे हैं कि अगले कुछ दिनों में 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोविड-19 सहायता पैकेज के पारित होने के बाद बुनियादी ढाँचे में भारी निवेश करने किया जाये। अमेरिकी मुद्रास्फीति की संख्या एक प्रमुख जोखिम है, जिसके अधिक होने से अमेरिकी डॉलर में छोटी अवधि में उछाल दर्ज किया जा सकता है और सोने की कीमतों को मदद मिल सकती है। अधिक मुद्रास्फीति से सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होती है, लेकिन ट्रेजरी की यील्ड को भी बढ़ाती है।
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में हाल ही में गिरावट पर रोक लगने के साथ सोना कमजोर हुआ है। इसके साथ ही ईटीएफ आउटफ्लो में बढ़ोतरी और कमजोर महँगाई दर के कारण भी कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। फिर भी अमेरिकी आर्थिक आँकड़ों, अमेरिकी प्रोत्साहन उम्मीदों, अमेरिकी राजकोषीय ऋण के अधिक होने के पूर्वानुमान और यूएस-चीन संबंधें पर एक नये सिरे से फोकस से कीमतों पर मिला-जुला असर पड़ सकता है। इस सप्ताह, हम कीमतों में भारी अस्थिरता देख सकते हैं और सोने की कीमतें नरमी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है, जहाँ 49,750 रुपये के पास बाधा का सामना करना पड़ सकता है और 45,600 रुपये के पास सहारा रह सकता है, जबकि चांदी की कीमतें 65,200-71,800 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,770-1,860 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है और चांदी की कीमतें 22.60-26.90 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 15 फरवरी 2021)
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